गाज़ा में जारी युद्ध अब निर्णायक मोड़ पर पहुँच गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध को समाप्त करने के लिए एक बड़ा प्रस्ताव पेश किया है। इस प्रस्ताव को इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हरी झंडी दे दी है। लेकिन असली परीक्षा अब हमास की है, क्योंकि ट्रंप ने उन्हें साफ़ चेतावनी दी है – “आपके पास केवल 3-4 दिन हैं, वरना होगा दुखद अंत।”
क्या है ट्रंप की शांति योजना?
ट्रंप का यह प्रस्ताव एक तरह का 20-सूत्रीय रोडमैप है। इसमें सबसे अहम शर्तें हैं:
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हमास को हथियार छोड़ने होंगे।
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72 घंटे के भीतर सभी बंधकों की रिहाई करनी होगी।
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इसके बदले गाज़ा में युद्धविराम लागू होगा।
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मानवीय मदद और गाज़ा के पुनर्निर्माण का वादा किया गया है।
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धीरे-धीरे इज़रायल की सेनाएँ गाज़ा से वापसी करेंगी।
हालाँकि, इस योजना में फिलिस्तीनी राज्य को लेकर कोई स्पष्ट गारंटी नहीं दी गई है।
ट्रंप का गुस्सा और चेतावनी
व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए ट्रंप ने सख़्त लहजे में कहा:
“अरब देश तैयार हैं, मुस्लिम देश तैयार हैं, इज़रायल तैयार है। अब बस हमास पर निर्भर करता है। अगर उन्होंने योजना को नहीं माना, तो इसका बहुत दुखद अंत होगा।”
अब आगे क्या?
इज़रायल और अमेरिका पहले ही इस योजना पर सहमत हो चुके हैं, कई अरब देश भी तैयार हैं। अब सारी नज़रें हमास पर टिकी हैं। ट्रंप का अल्टीमेटम गाज़ा संघर्ष के भविष्य को तय कर सकता है। क्या हमास हथियार डालेगा या आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ेंगे? यही सबसे बड़ा सवाल है।
