वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के सोयाबीन किसान इस समय गंभीर संकट में हैं क्योंकि चीन ने अमेरिकी सोयाबीन खरीदना बंद कर दिया है। ट्रम्प ने इसे किसानों के लिए बड़ी समस्या बताया और ऐलान किया कि वह अगले एक महीने के भीतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे।
ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा कि चीन सिर्फ बातचीत के लिए दबाव बनाने की रणनीति अपना रहा है और अमेरिकी किसानों को नुकसान पहुँचा रहा है।
बाइडेन पर निशाना
ट्रम्प ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन पर भी निशाना साधा और कहा कि बाइडेन सरकार ने वह ट्रेड डील लागू नहीं की जिसके तहत चीन को अरबों डॉलर के अमेरिकी कृषि उत्पाद खरीदने थे।
दरअसल, 2020 में ट्रम्प प्रशासन और चीन के बीच फेज वन ट्रेड डील हुई थी, जिसके तहत चीन ने अमेरिका से सोयाबीन, मक्का, गेहूं और मांस जैसे कृषि उत्पाद खरीदने का वादा किया था।
क्यों फंसा है सोयाबीन का मामला?
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इस साल की शुरुआत में अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वॉर हुआ।
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अमेरिका ने चीन पर 145% टैरिफ लगाया, जिसके जवाब में चीन ने भी 125% टैरिफ लगाया।
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बाद में अमेरिका ने इसे घटाकर 30% कर दिया।
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लेकिन चीन ने अमेरिकी सोयाबीन पर 20% अतिरिक्त टैरिफ बनाए रखा।
अमेरिकन सोयाबीन एसोसिएशन (ASA) ने हाल ही में चेतावनी दी कि चीन की पाबंदियों ने किसानों को उनकी सबसे बड़ी मार्केट से बाहर कर दिया है। अब चीन ब्राजील और अर्जेंटीना से सोयाबीन खरीद रहा है।
अमेरिकी किसानों की हालत बिगड़ी
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एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में किसान सोयाबीन की बड़ी फसल काट चुके हैं, लेकिन बेचने के लिए बाजार नहीं है।
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पिछले साल अमेरिका ने चीन को 12.6 अरब डॉलर (करीब 1 लाख करोड़ रुपये) का सोयाबीन बेचा था।
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यह अमेरिका के कुल सोयाबीन निर्यात का 52% हिस्सा था।
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लेकिन इस साल मई के बाद से चीन ने एक भी खेप नहीं खरीदी।
इससे किसानों की आय पर सीधा असर पड़ा है और उनके पास स्टॉक पड़ा हुआ है।
वायरल मैसेज ने बढ़ाई टेंशन
एक वायरल तस्वीर में अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट को कृषि मंत्री ब्रुक रोलिंस का मैसेज पढ़ते देखा गया।
मैसेज में लिखा था कि अर्जेंटीना ने अपने अनाज निर्यात पर शुल्क हटा दिए हैं और अब चीन को बड़े पैमाने पर सोयाबीन बेच रहा है। इस कदम से अमेरिकी किसानों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
आगे क्या होगा?
ट्रम्प ने किसानों को भरोसा दिलाया कि वह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात कर इस मुद्दे को सुलझाएंगे। साथ ही कहा कि टैरिफ से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल किसानों की मदद के लिए किया जाएगा।
