262 छात्रों को मिलेंगी उपाधियाँ, सात को स्वर्ण पदक | नवाचार और स्टार्टअप्स में नई छलांग
कुंडली, 6 अक्टूबर 2025 | गौरव शुक्ला
खाद्य प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश का अग्रणी संस्थान निफ्टेम-के (राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान) मंगलवार, 7 अक्टूबर को डबल सेलिब्रेशन मनाने जा रहा है — सुबह छठा दीक्षांत समारोह, और शाम को 13वां स्थापना दिवस।
यह दिन न सिर्फ छात्रों के लिए गौरव का पल होगा, बल्कि संस्थान की नवाचार और उद्यमशीलता की यात्रा का भी उत्सव बनेगा।
प्रो. सूद होंगे मुख्य अतिथि, 262 छात्रों को उपाधियाँ
दीक्षांत समारोह की शुरुआत सुबह 10:30 बजे होगी।
मुख्य अतिथि होंगे भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय कुमार सूद, जबकि विशेष अतिथि के रूप में खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री देवेश देवल और अमूल के अध्यक्ष श्री अशोकभाई चौधरी उपस्थित रहेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. वी. रामगोपाल राव, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष एवं बिट्स पिलानी के ग्रुप वाइस चांसलर, करेंगे।
इस मौके पर कुल 262 विद्यार्थियों को उपाधियाँ दी जाएँगी — जिनमें 126 बी.टेक, 92 एम.टेक, 27 एमबीए और 17 पीएचडी छात्र शामिल हैं।
सात मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक भी प्रदान किए जाएँगे।
निदेशक डॉ. हरिंदर सिंह ओबरॉय संस्थान की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डालेंगे।
स्थापना दिवस: नवाचार और उद्योग के 13 वर्षों की यात्रा
शाम 5 बजे से होने वाले स्थापना दिवस समारोह में नीति आयोग के सदस्य डॉ. विनोद के. पॉल मुख्य अतिथि होंगे।
इस अवसर पर प्रो. वी. रामगोपाल राव, श्री देवेश देवल, एनएबीआई के प्रो. अश्विनी पारीक, बिकानो के एमडी श्री श्याम एस. अग्रवाल और बागड़ीज़ इंडिया लिमिटेड के निदेशक श्री आदित्य बागड़ी भी मौजूद रहेंगे।
पूर्व छात्र, उद्योग प्रतिनिधि और शिक्षाविदों की उपस्थिति इस आयोजन को और खास बनाएगी।
पेटेंट, प्रोजेक्ट और स्टार्टअप्स में बड़ी छलांग
पिछले एक साल में निफ्टेम-के ने नवाचार के नए मानक गढ़े हैं।
संस्थान ने 17 पेटेंट दायर किए, 1 पेटेंट प्राप्त किया, और 18 तकनीकें उद्योगों को हस्तांतरित कीं।
इसके अलावा 15 नए समझौता ज्ञापन (MoUs) हुए और 23 नई परियोजनाएँ स्वीकृत की गईं।
15 नए स्टार्टअप्स को इनक्यूबेशन सपोर्ट मिला — जिनमें से दो (Repeat Good Pvt. Ltd. और The Naturic Company) ने ‘शार्क टैंक इंडिया’ में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई।
ग्रामीण सशक्तिकरण के तहत तमिलनाडु, अंडमान, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में एफपीओ की स्थापना की गई।
“हमारे छात्र हैं खाद्य उद्योग के भविष्य के वास्तुकार” — डॉ. ओबरॉय
“हमारे छात्र भारत के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के भविष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं। नवाचार, स्थिरता और उद्यमशीलता के माध्यम से निफ्टेम-के राष्ट्र के पोषण और विकास के लक्ष्य में अहम भूमिका निभा रहा है,”
— डॉ. हरिंदर सिंह ओबरॉय, निदेशक, निफ्टेम-के
