नई दिल्ली में आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत के योगेश खातुनिया ने पुरुषों की डिस्कस थ्रो एफ-56 स्पर्धा में रजत पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया।
योगेश ने फ़ाइनल में अपने दूसरे प्रयास में शानदार प्रदर्शन करते हुए 42.49 मीटर का थ्रो किया। यह उपलब्धि न केवल उनके कठिन परिश्रम और लगन का परिणाम है, बल्कि भारतीय खेल जगत के लिए भी गौरव का विषय है।
ब्राज़ील के क्लॉडनी बतिस्ता ने 45.67 मीटर थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि ग्रीस के कॉन्स्टेंटिनोस त्ज़ोनिस ने कांस्य पदक हासिल किया।
दो बार के पैरालंपिक रजत पदक विजेता और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित योगेश ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भारतीय पैरा-एथलीट्स विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने और सफलता पाने में पूरी तरह सक्षम हैं।
यह उपलब्धि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है और आने वाली पीढ़ियों के खिलाड़ियों को प्रेरणा देती है।
