नई दिल्ली:
सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ऐलान किया है कि इंडिया एआई मिशन के तहत देशभर में 500 से अधिक अत्याधुनिक डेटा लैब्स स्थापित की जाएँगी, जो भारत को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की नई ऊँचाइयों तक ले जाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम होगा।
एआई इम्पैक्ट सम्मेलन-2026 से पहले आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि इस विशाल मिशन को गति देने के लिए टेक महिंद्रा, फ्रैक्टल एनालिटिक्स और भारत जेन समेत आठ दिग्गज कंपनियों का चयन किया गया है। यह साझेदारी भारत को वैश्विक एआई महाशक्ति के रूप में स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त करेगी।
आधुनिक अनुसंधान के लिए विशाल फंडिंग
सरकार ने आईआईटी बॉम्बे के नेतृत्व वाले संकाय के लिए 988.6 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, ताकि एआई अनुसंधान और प्रशिक्षण को तेज़ी दी जा सके। इंडिया एआई मिशन का उद्देश्य है क्षेत्र-विशेष एआई एप्लिकेशन, लार्ज लैंग्वेज मॉडल, ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स और कौशल विकास कार्यक्रमों के जरिए एक मजबूत एआई इकोसिस्टम का निर्माण करना।
10,300 करोड़ रुपये का ऐतिहासिक निवेश
इस साल 10,300 करोड़ रुपये के भारी-भरकम बजट के साथ स्वीकृत इस मिशन को भारत की टेक्नोलॉजी क्रांति का नया अध्याय माना जा रहा है। यह कदम न केवल भविष्य की नौकरियों और स्टार्टअप्स को पंख देगा, बल्कि भारत को एआई अनुसंधान और नवाचार के वैश्विक मंच पर अग्रणी बनाने में निर्णायक साबित होगा।
