देश में अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था में ऐतिहासिक बदलाव होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में घोषणा की कि 22 सितंबर, नवरात्रि के पहले दिन से अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार लागू होंगे। इन सुधारों के साथ ही देशभर में “बचत उत्सव” की शुरुआत होगी, जिससे हर वर्ग के नागरिक को सीधा फायदा मिलेगा।
बड़े बदलाव की मुख्य बातें
- 99% वस्तुएं अब 5% टैक्स स्लैब में: जिन सामानों पर पहले 12% जीएसटी लगता था, उनमें से 99% वस्तुएं अब 5% टैक्स दायरे में आएंगी।
- सिर्फ दो स्लैब रहेंगे: अब जीएसटी में केवल 5% और 18% के ही टैक्स स्लैब होंगे, जिससे टैक्स ढांचा और सरल होगा।
- 2.5 लाख करोड़ रुपये की बचत: आयकर और जीएसटी में छूट से आम जनता को कुल मिलाकर 2.5 लाख करोड़ रुपये की बचत का अनुमान।
सभी वर्गों को लाभ
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सुधार गरीब, मध्यम वर्ग, नए मध्य वर्ग, युवा, किसान, महिलाएं, व्यापारी और उद्यमी—हर किसी के लिए राहत लेकर आएगा। इससे लोगों की खरीद क्षमता बढ़ेगी, कारोबार और निवेश को नई गति मिलेगी और भारत की विकास कहानी को बल मिलेगा।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यों से मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देने का आह्वान करते हुए कहा कि यह सुधार आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूत करेंगे और राज्यों को विकास की दौड़ में बराबरी का साझेदार बनाएंगे।
जीएसटी के लागू होने के आठ साल बाद यह सबसे बड़ा सुधार है, जो टैक्स व्यवस्था को सरल, पारदर्शी और जनहितकारी बनाने के साथ देश को आर्थिक मजबूती और उपभोक्ता राहत दोनों प्रदान करेगा।
