वॉशिंगटन/न्यूयॉर्क। भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव के बीच विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर आज अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात करेंगे। यह बैठक न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर निर्धारित है और इसे दोनों देशों के रिश्तों में नया मोड़ लाने वाली अहम कूटनीतिक पहल माना जा रहा है।
टैरिफ़ विवाद के बाद पहली बैठक
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा भारत पर 50% टैरिफ लागू करने के फैसले के बाद जयशंकर और रुबियो की यह पहली द्विपक्षीय बैठक होगी। टैरिफ का यह कदम दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनातनी का मुख्य कारण बना है।
एजेंडे में टैरिफ़ और द्विपक्षीय मुद्दे
यूएस एडवाइजरी की ओर से जारी बयान के अनुसार, बैठक में टैरिफ़ सहित अन्य द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी। उम्मीद है कि यह वार्ता हालिया तनाव को कम करने और व्यापारिक संबंधों को नई दिशा देने में मदद कर सकती है।
हालिया संपर्क और पृष्ठभूमि
जयशंकर इससे पहले 30 जून से 2 जुलाई तक रुबियो के निमंत्रण पर अमेरिका का दौरा कर चुके हैं। लेकिन ट्रंप प्रशासन के टैरिफ़ फैसले के बाद यह पहला उच्चस्तरीय आमना-सामना है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बैठक न केवल व्यापार बल्कि सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग पर भी सकारात्मक असर डाल सकती है।
भारत और अमेरिका के रिश्ते वैश्विक कूटनीति में अहम स्थान रखते हैं, और इस बैठक से दोनों देशों के बीच नए समीकरण बनने की संभावना जताई जा रही है।
