नई दिल्ली: भारत की आईटी दिग्गज टीसीएस (TCS) में छंटनी की खबर के बाद अब गूगल (Google) भी सुर्खियों में है। ताज़ा रिपोर्ट्स के अनुसार, Google Cloud डिविजन ने 100 से ज्यादा कर्मचारियों को अचानक नौकरी से निकाल दिया है। चौंकाने वाली बात यह है कि कर्मचारियों को इसके लिए केवल एक ईमेल भेजा गया — और अगले ही दिन उन्हें ऑफिस आने से मना कर दिया गया।
किन कर्मचारियों पर गिरी गाज?
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गूगल की यह छंटनी मुख्य रूप से डिज़ाइन और यूजर एक्सपीरियंस रिसर्च टीमों पर केंद्रित रही।
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कुछ क्लाउड यूनिट डिज़ाइन टीमों की संख्या तो आधी कर दी गई है।
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छंटनी का सबसे ज्यादा असर अमेरिका (USA) के ऑफिसों पर पड़ा है।
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प्रभावित कर्मचारियों को दिसंबर तक नई नौकरी खोजने का समय दिया गया है।
मैनेजर भी बख्शे नहीं गए
मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि इस साल की शुरुआत से गूगल ने छोटी टीमों की देखरेख करने वाले एक-तिहाई से ज़्यादा मैनेजरों को भी बाहर का रास्ता दिखाया है।
मुनाफे में Google Cloud, फिर भी छंटनी क्यों?
गूगल क्लाउड ने 2025 की दूसरी तिमाही में 13.6 अरब डॉलर का राजस्व अर्जित किया है, जो पिछले साल की तुलना में 32% अधिक है। इतना ही नहीं, कंपनी की ऑपरेटिंग इनकम 2.8 अरब डॉलर तक पहुँच गई।
इसके बावजूद छंटनी ने सबको चौंका दिया है।
गोल्डमैन सैक्स सम्मेलन में गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन ने कहा था कि कंपनी ने दो साल में ही 106 अरब डॉलर के बकाया का आधे से ज्यादा हिस्सा राजस्व में बदल दिया है।
असली वजह क्या है?
विशेषज्ञों के मुताबिक, यह कदम गूगल के बड़े पुनर्गठन (Google Restructuring 2025) का हिस्सा है।
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आने वाले महीनों में HR, हार्डवेयर, सर्च, विज्ञापन, मार्केटिंग, फाइनेंस और कॉमर्स विभागों में भी कर्मचारियों की कटौती की जाएगी।
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कंपनी ने छंटनी झेल रहे कर्मचारियों को Voluntary Exit Package (स्वैच्छिक निकास पैकेज) देने का ऐलान किया है, जिसमें फाइनेंशियल सपोर्ट और अन्य लाभ शामिल होंगे।
