नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने एक बार फिर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) पर बड़ा बयान दिया है।
मध्य प्रदेश के सतना में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि “पूरा भारत एक घर है और PoK उसी घर का एक कमरा है, जिस पर अजनबी लोग कब्जा किए बैठे हैं।”
“हमारा घर, हमारा कमरा — जिसे लौटाना ही होगा”
मोहन भागवत ने कहा,
“हमारे घर का एक कमरा, जहाँ हमारी मेज, कुर्सी और कपड़े रखे थे, उसे किसी ने कब्जा लिया है। एक दिन हमें उसे वापस लेना ही होगा।”
उनकी यह बात सुनकर कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने जोरदार तालियां बजाईं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि PoK भारत का अभिन्न हिस्सा है और इसे केवल भौगोलिक नहीं बल्कि भावनात्मक दृष्टि से भी देश से जोड़कर देखा जाना चाहिए।
सिंधी समाज के प्रति आभार
भागवत ने कार्यक्रम में मौजूद सिंधी समाज का विशेष रूप से ज़िक्र करते हुए कहा,
“बहुत से सिंधी भाई यहां बैठे हैं। वे पाकिस्तान नहीं गए थे, वे तो अखंड भारत में ही थे। हालात ने हमें अलग-अलग जगहों पर बसा दिया, वरना हमारा वह घर और यह घर एक ही है।”
उन्होंने कहा कि सिंधी समुदाय ने विभाजन की पीड़ा झेली, लेकिन भारतीय संस्कृति और एकता के प्रति उनका योगदान अमूल्य रहा है।
संदर्भ: PoK में बढ़ते विरोध
भागवत का यह बयान ऐसे समय आया है जब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में पाकिस्तानी शासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज़ हो गए हैं।
कई स्थानीय लोग इस्लामाबाद प्रशासन के भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और दमन के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि भागवत का यह बयान न केवल भारत की पुरानी नीति को दोहराता है बल्कि PoK पर भारत के संवैधानिक दावे को भी मज़बूत करता है।
💬 भागवत का संदेश
मोहन भागवत ने अपने भाषण में कहा कि भारत का लक्ष्य केवल सीमा विस्तार नहीं, बल्कि सांस्कृतिक अखंडता है।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि PoK भारत के लिए केवल ज़मीन का टुकड़ा नहीं, बल्कि “हमारे दिल और आत्मा का हिस्सा” है — जिसे एक दिन वापस लाना ही होगा।
