वैश्विक बाजार में महाशक्ति कहलाने वाला अमेरिका आज 10 रुपये की चीज़ बेचने तक के लिए जूझ रहा है, और वजह है भारत का दमदार कदम। भारत सरकार ने इस प्रोडक्ट पर सीधे 50% का टैरिफ ठोक दिया, जिसने वाशिंगटन की टेंशन बढ़ा दी है।
भारत का सटीक वार
ट्रेड वॉर के इस नए मोर्चे पर भारत ने दिखा दिया कि अब वह सिर्फ सुनने वाला देश नहीं, बल्कि बराबरी से जवाब देने वाला है। 10 रुपये के मामूली दाम वाली इस चीज़ पर भी 50% का भारी टैक्स अमेरिकी कंपनियों को चुभने लगा है।
अमेरिकी बेचैनी, भारतीय ठसक
अमेरिकी व्यापारी और एक्सपोर्टर्स अब माथा पकड़कर बैठे हैं। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा कि जिसे वे ‘सस्ते में बेचने’ का आसान सौदा मान रहे थे, उस पर भारत ने ऐसा झटका दे दिया। भारतीय मार्केट में पैर जमाने का उनका प्लान अब आधा रह गया है।
नतीजा
यह कदम साफ बताता है कि भारत अब वैश्विक व्यापार का सिर्फ बाज़ार नहीं, बल्कि शर्तें तय करने वाली ताकत बन चुका है। 10 रुपये की चीज़ पर 50% का टैरिफ सिर्फ आंकड़ा नहीं, बल्कि अमेरिका को दिखाया गया भारतीय तेवर है।
