न्यूयॉर्क की अंतरराष्ट्रीय मंच पर आज भारत की गूंज साफ सुनाई दी। विदेश मंत्रालय के सचिव सिबी जॉर्ज ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की अडिग नीति को पूरे दमखम से दोहराते हुए कहा—
“भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा, और अब वक्त आ गया है कि पूरी दुनिया इस बुराई के खिलाफ एकजुट हो!”
संयुक्त राष्ट्र में भारत की कड़ी चेतावनी
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित आतंकवाद पीड़ितों के मित्र समूह की छठी मंत्रिस्तरीय बैठक में भारत का यह बयान पूरी सभा में गूंज उठा। सिबी जॉर्ज ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद किसी सीमा या धर्म का मोहताज नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए खतरा है।
आतंकवाद पीड़ितों के लिए वैश्विक पहल
ध्यान रहे, आतंकवाद पीड़ितों के मित्र समूह की स्थापना जून 2019 में की गई थी। इसका मकसद है—आतंकवाद से प्रभावित निर्दोष लोगों के मानवाधिकारों की रक्षा और उनके जीवन में न्याय की लड़ाई को वैश्विक स्तर पर मजबूत करना। भारत ने स्पष्ट किया कि इस लड़ाई में केवल बातें नहीं, बल्कि ठोस कदमों की जरूरत है।
निष्कर्ष
भारत का यह सशक्त संदेश सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि एक वैश्विक चेतावनी है—आतंकवाद के खिलाफ अब आधे-अधूरे प्रयास नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की संगठित कार्रवाई ही मानवता को बचा सकती है।
