न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ़ ने अपने अंदाज़ में शेख़ी बघारी। पूरे आत्मविश्वास के साथ उन्होंने कहा—
“हमारे बाज़ों (पायलटों) ने उड़ान भरी और सात भारतीय विमानों को कबाड़ में बदल दिया।”
ऑपरेशन सिंदूर पर बढ़-चढ़कर दावे
शरीफ़ ने यह बयान उस समय दिया जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नज़रें उनके भाषण पर टिकी थीं। उन्होंने मई के पहले हफ्ते में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का ज़िक्र करते हुए दावा किया कि पाकिस्तानी फाइटर जेट्स ने भारतीय वायुसेना को करारी शिकस्त दी। उनके अनुसार, पाकिस्तान के जांबाज़ पायलटों ने भारत को “आसमान में सबक सिखा दिया।”
पुराने दावों की गूंज
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने ऐसा दावा किया हो। इससे पहले भी पाकिस्तान बार-बार कहता रहा है कि उसने भारतीय वायुसेना के पाँच विमानों को मार गिराया, और अब यह संख्या सात तक पहुँचा दी गई है।
भारत का पलटवार
हालाँकि भारत ने इन दावों को बार-बार निराधार करार दिया है और पाकिस्तान आज तक अपने आरोपों के समर्थन में कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर पाया है।
इसके उलट, भारतीय एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने पिछले महीने स्पष्ट कहा था कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय पायलटों ने पाँच पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों और एक बड़े विमान को मार गिराया था।
नतीजा
शरीफ़ के यह बयान पाकिस्तान की पारंपरिक शेख़ी और अतिशयोक्ति का ताज़ा उदाहरण है। दुनिया चाहे सच्चाई जानती हो, लेकिन पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के मंच को अपनी “कथित जीत” सुनाने का मौका नहीं गंवाया।
