रुशलम/लंदन। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन द्वारा फिलिस्तीन को स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता देने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। रविवार को जारी बयान में नेतन्याहू ने कहा कि “दुनिया हमारी सुनेगी और हमास को अपने राज्य के विस्तार को रोकना होगा।”
ब्रिटेन की शर्तें और स्टॉर्मर का फैसला
सूत्रों के अनुसार ब्रिटेन ने जुलाई में इजरायल के सामने कुछ शर्तें रखी थीं। इन शर्तों के पूरे न होने पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीयर स्टार्मर ने फिलिस्तीन को मान्यता देने का निर्णय लिया। इस फैसले के साथ ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया तीनों देशों ने फिलिस्तीन को औपचारिक मान्यता दी है।
“आतंकवाद को बढ़ावा”
नेतन्याहू ने इस कदम को इजरायल की संप्रभुता और अस्तित्व के लिए सीधा खतरा बताया। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन को मान्यता देने से “केवल आतंकवाद को बढ़ावा मिलेगा” और यह हमास जैसे संगठनों को मजबूती प्रदान करेगा।
कूटनीतिक तनाव में इज़ाफ़ा
तीन प्रमुख पश्चिमी देशों के इस निर्णय से इजरायल और इन देशों के बीच कूटनीतिक तनाव बढ़ने की आशंका है। नेतन्याहू ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चेतावनी दी कि इजरायल अपनी सुरक्षा और अस्तित्व की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
इजरायल-फिलिस्तीन विवाद लंबे समय से मध्य पूर्व की राजनीति का केंद्र रहा है, और इन हालिया घटनाक्रमों से क्षेत्रीय शांति प्रक्रिया पर गहरा असर पड़ सकता है।
