वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा है कि वस्तु और सेवा कर के नए सुधारों से कर की दरों में कमी के बाद जनता के लगभग दो लाख करोड़ रुपये की बचत होगी। वे आज विशाखापत्तनम में अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों पर आयोजित आउटरीच कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। वित्त मंत्री ने बताया कि 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की नई दो-स्तरीय कर प्रणालियां लोगों की दैनिक आवश्यकताओं और जरूरी वस्तुओं पर बोझ कम करती है। उन्होंने कहा कि इससे गरीब और मध्यम वर्ग काफी हद तक लाभान्वित होते हैं।
श्रीमती सीतारामन ने कहा कि ये सुधार कृषि संबंधी उपकरणों पर कर कम करके किसानों की आय को बढ़ाएंगे और कृषि क्षेत्र में आधुनिकीकरण को बढ़ावा भी देंगे। उन्होंने कहा कि एमएसएमई और रोज़गार सृजन करने वाले क्षेत्रों को भी लागत कम होने तथा बेहतर अवसर प्रदान करने का लाभ मिलेगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी सुधार लोगों की क्रय शक्ति को बढ़ाएंगे और इससे देश भर में आम जनता की बचत बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि ये सुधार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न तथा दृष्टिकोण के अनुरूप हैं।
श्रीमती सीतारामन ने कहा कि 22 सितंबर, 2025 से प्रभावी होने वाले जीएसटी सुधार कर ढांचे को सरल बनाएंगे और आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि ऐतिहासिक कर सुधार प्रत्येक नागरिक को सशक्त बनाएगा और भारत की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा।
विशाखापत्तनम में आयोजित इस कार्यक्रम में जीएसटी सुधारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और संवाद पर ध्यान केंद्रित किया गया।
