नई दिल्ली, 8 सितंबर 2025।
देश की राजनीति में कल एक बड़ा दिन होने वाला है। 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने होंगे। मुकाबला है एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन और विपक्ष के साझा प्रत्याशी बी. सुधर्शन रेड्डी के बीच।
लेकिन आंकड़े और समीकरण क्या कहते हैं? आइए जानते हैं—
एनडीए का पलड़ा भारी
लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर कुल 780 सांसद उपराष्ट्रपति के चुनाव में वोट डालेंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनडीए खेमे के पास लगभग 436 सांसदों का समर्थन है।
जबकि विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक के पास 324 सांसद हैं।
बीजू जनता दल (BJD) और भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने मतदान से दूर रहने का ऐलान कर दिया है। इस फैसले से विपक्ष को बड़ा झटका और एनडीए को सीधा फायदा मिला है।
YSRCP का समर्थन बना गेमचेंजर
आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी वाईएसआर कांग्रेस (YSRCP) ने साफ कर दिया है कि वह एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को समर्थन देगी। यह समर्थन विपक्ष के लिए चुनौती और एनडीए के लिए जीत की राह को और आसान बनाता है।
विपक्ष के सामने बड़ी चुनौती
बी. सुधर्शन रेड्डी विपक्ष के उम्मीदवार तो हैं, लेकिन उनके सामने संख्या बल की बड़ी कमी है।
विपक्ष को उम्मीद है कि कुछ सीटों पर क्रॉस-वोटिंग हो सकती है।
लेकिन मौजूदा समीकरण देखते हुए यह संभावना बेहद कमज़ोर मानी जा रही है।
संभावित नतीजा
सियासी पंडितों का मानना है कि अगर कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ तो उपराष्ट्रपति पद पर एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन की जीत लगभग तय है।
एनडीए को बहुमत से कहीं ज़्यादा समर्थन हासिल है।
BJD और BRS के मतदान से बाहर रहने और YSRCP के समर्थन ने यह जंग और आसान बना दी है।
नतीजों पर सबकी निगाहें
अब सबकी निगाहें कल होने वाली मतगणना पर टिकी हैं। देश जानना चाहता है कि उपराष्ट्रपति की कुर्सी किसके हिस्से आएगी।
