कोलकाता और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने खौफ़नाक रूप ले लिया है। भीगी सड़कों और जलभराव से भरे गलियारों में अब तक 11 लोगों की जान जा चुकी है।
पानी उतरा… पर खतरा कायम
कई मोहल्लों से पानी भले कम हुआ हो, लेकिन कई इलाके अब भी जलमग्न हैं। हर मोड़ पर गड्ढों में छुपा पानी और खुले तार बन गए हैं जिंदगी के लिए जाल, जहां किसी भी वक्त मौत बिजली बनकर झपक सकती है।
सियासी तूफ़ान
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है।
लेकिन केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता डॉ. सुकांत मजूमदार ने चेताया—“यह हादसे सिर्फ़ बारिश नहीं, बल्कि लापरवाही की कीमत हैं।” उन्होंने जलभराव और बिजली के करंट से हुई मौतों के लिए राज्य सरकार पर सीधा वार किया।
कोलकाता की गलियों में अभी भी पानी और बिजली का घातक मेल मंडरा रहा है। लोग दहशत में हैं—क्योंकि हर कदम पर मौत का साया हो सकता है।
