ओटावा की सर्द हवाओं के बीच सोमवार को एक ऐसा ऐलान हुआ जिसने अपराध जगत की नींव हिला दी।
कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री गैरी आनंदसांगरी ने मंच पर आकर गरजते हुए कहा—
“बिश्नोई गैंग अब आधिकारिक तौर पर आतंकवादी संगठन है। हमारे देश में हिंसा, आतंक और समुदायों को धमकाना कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
लंबे समय से चल रही थी मांग
कनाडा के कई प्रांतों में नेताओं ने लगातार आवाज उठाई थी कि बिश्नोई गैंग को आतंकवादी संगठन घोषित किया जाए।
- 17 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के प्रधानमंत्री डेविड एबी ने कहा था कि यह कदम पुलिस को नई ताकत देगा।
- जुलाई में अल्बर्टा की प्रधानमंत्री डैनियल स्मिथ ने भी प्रतिबंध की मांग दोहराई थी।
आख़िरकार, महीनों की मांग और बहस के बाद सरकार ने कड़ा फैसला सुना दिया।
बिश्नोई गैंग पर आरोप
कनाडा का दावा है कि लॉरेंस बिश्नोई का गैंग देश में गैंगवार और हत्याओं में शामिल रहा है।
लॉरेंस बिश्नोई खुद भले ही गुजरात की साबरमती सेंट्रल जेल में बंद हो, लेकिन उसके गैंग की परछाई कनाडा तक फैली हुई है।
असर: पुलिस को मिलेगी नई ताकत
आतंकी संगठन घोषित होने के बाद अब पुलिस को जांच के लिए विशेष अधिकार और आवश्यक उपकरण मिल गए हैं।
मतलब, बिश्नोई गैंग पर शिकंजा कसने में अब देरी नहीं होगी।
👉 यह फैसला सिर्फ़ एक गैंग पर प्रहार नहीं, बल्कि कनाडा का यह साफ संदेश है—
“अपराध और आतंक का गठजोड़ हमारी सरज़मीं पर बर्दाश्त नहीं होगा।”
