मंगलदोई (दरांग), असम – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज असम को 18,530 करोड़ रुपये से अधिक की बुनियादी ढांचा और औद्योगिक विकास परियोजनाओं का तोहफा दिया। दरांग जिले के मंगलदोई में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री ने कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
पूर्वोत्तर: भारत की विकास यात्रा का अहम केंद्र
पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और असम भी देश के तेजी से प्रगति कर रहे राज्यों में शामिल हो चुका है। उन्होंने पूर्वोत्तर को विकसित भारत के निर्माण में अहम बताते हुए कहा कि 21वीं सदी का यह अगला चरण “ग्लोबल ईस्ट” और पूर्वोत्तर का है।
उन्होंने बताया कि सरकार पूर्वोत्तर की कनेक्टिविटी को प्राथमिकता दे रही है, क्योंकि तेज़ विकास के लिए सुगम संपर्क अनिवार्य है। पीएम ने लोगों से ‘वोकल फॉर लोकल’ के ब्रांड एंबेसडर बनने और स्वदेशी उत्पादों पर गर्व करने का आग्रह किया।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर चेतावनी
प्रधानमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठियों के जरिए जनसांख्यिकी बदलने की साजिशें हो रही हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं। उन्होंने घोषणा की कि इस चुनौती से निपटने के लिए देश में जनसांख्यिकी मिशन शुरू किया जाएगा।
भूपेन हज़ारिका को नमन
भूपेन हज़ारिका को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने भारत की एकता को अपनी आवाज़ दी। मोदी ने कहा कि उन्हें भारत रत्न देना उनकी सरकार की पूर्वोत्तर के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रमुख विकास परियोजनाएं
- दरांग मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, जीएनएम स्कूल और बीएससी नर्सिंग कॉलेज – क्षेत्र की चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को मज़बूती देंगे।
- गुवाहाटी रिंग रोड परियोजना – राजधानी क्षेत्र में यातायात की भीड़भाड़ कम करने और शहरी गतिशीलता बढ़ाने में मदद करेगी।
- ब्रह्मपुत्र नदी पर कुरुवा-नरेंगी पुल – कनेक्टिविटी सुधारकर सामाजिक-आर्थिक विकास को गति देगा।
इसके अलावा, पीएम मोदी ने नुमालीगढ़ रिफाइनरी प्लांट में असम बायो-एथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड का उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देना और कोयले-तेल पर निर्भरता घटाना है। उन्होंने पॉलीप्रोपाइलीन प्लांट की आधारशिला भी रखी, जो असम के पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में नए रोजगार अवसर और सामाजिक-आर्थिक विकास को प्रोत्साहन देगा।
निष्कर्ष: पीएम मोदी की यह पहल असम को पूर्वोत्तर का विकास केंद्र बनाने की दिशा में बड़ा कदम है, जो राज्य की अर्थव्यवस्था और रोज़गार को नई ऊंचाईयों तक ले जाएगी।
